Sanjay Malhotra New RBI Governor
Who is Sanjay Malhotra’s RBI governor?
संजय मल्होत्रा का संबंध राजस्थान से है, लेकिन उनके कार्यक्षेत्र ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।संजय मल्होत्रा ने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में स्नातक और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, यूएसए से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री हासिल की है। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारतीय अर्थव्यवस्था चुनौतियों का सामना कर रही है, जैसे धीमी आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति का दबाव। उनके व्यापक अनुभव से आरबीआई को मौद्रिक नीतियों और वित्तीय स्थिरता में मदद मिलने की उम्मीद है
संजय मल्होत्रा को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के 26वें गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति शक्तिकांत दास के कार्यकाल की समाप्ति के बाद, 10 दिसंबर 2024 को हुई। संजय मल्होत्रा का करियर प्रशासनिक और वित्तीय क्षेत्रों में उत्कृष्ट रहा है, और उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है
शिक्षा
संजय मल्होत्रा ने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, यूएसए से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री प्राप्त की। प्रशासनिक सेवा में आने के बाद, उन्होंने कर और वित्तीय क्षेत्र में सुधारों को बढ़ावा दिया। उनकी गहरी विशेषज्ञता ने उन्हें वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्य करते हुए कई बड़ी नीतियों को लागू करने में मदद की
प्रमुख उपलब्धियाँ
- राजस्व सचिव के रूप में योगदान:
उन्होंने कर व्यवस्था को सरल बनाने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने की दिशा में कई कदम उठाए। - वित्तीय सुधारों में भूमिका:
बैंकिंग प्रणाली में स्थिरता बनाए रखने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए उनकी नीतियों को सराहा गया। - आरबीआई गवर्नर के रूप में प्राथमिकताएँ:
- मुद्रास्फीति नियंत्रण में सुधार।
- डिजिटल करेंसी और फिनटेक सेक्टर के विकास को बढ़ावा देना।
- आर्थिक विकास के लिए दीर्घकालिक रणनीतियों पर काम करना।
चुनौतियाँ और भविष्य की दृष्टि
भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान में वैश्विक मंदी, बढ़ती मुद्रास्फीति और वित्तीय अस्थिरता जैसी चुनौतियों का सामना कर रही है। संजय मल्होत्रा की नियुक्ति से ऐसी उम्मीद है कि वह इन चुनौतियों को दूर करने के लिए ठोस उपाय करेंगे और अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाएंगेI
व्यक्तित्व और दृष्टिकोण
संजय मल्होत्रा को एक मेहनती, दूरदर्शी और नीतिगत निर्णयों में दृढ़ अधिकारी के रूप में जाना जाता है। उनका नेतृत्व भारतीय रिज़र्व बैंक को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित हो सकता है।
यह नियुक्ति न केवल भारत के वित्तीय क्षेत्र में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।