15 Facts About Golden Temple In Amritsar ! गोल्डन टेम्पल से जुड़े कुछ ख़ास तथ्य

15 Facts about Golden Temple In Amritsar ! गोल्डन टेम्पल से जुड़े कुछ ख़ास तथ्य

आज हम भारत की सबसे ख़ास व प्रसिद्ध में से एक स्थल के बारे में बात करेंगे। जिसका नाम है हरमिंदर साहिब जी का गुरुद्वारा, जिससे पूरी दुनिया “Golden Temple” के नाम से जानते है। अमृतसर में बना ये स्वर्ग जैसा गुरुद्वारा सबको अपनी और आकर्षित करने वाला अपनी सुंदरता और सभी धर्मो को साथ लेकर चलने वाला दुनिया मे प्रसिद्ध माना जाता है।

15 Facts about Golden Temple In Amritsar ! गोल्डन टेम्पल से जुड़े कुछ ख़ास तथ्य
Golden Temple (स्वर्ण मंदिर) Amritsar

 

आज हम आपको गोल्डन टेम्पल से जुड़े अद्भुत रहस्य, तथ्य जिन्हें शायद ही आप जानते होंगे —

1. जहाँ पर Golden Temple (स्वर्ण मंदिर) को बनाया गया है उस जमीन को मुस्लिम शासक अकबर द्वारा दी गयी थी।

2. स्वर्ण मंदिर बनने से पहले सबने मिलकर एक विचार किया था कि इस जगह पर कोई भी जाति का व्यक्ति आ सकता यहाँ पर किसी के साथ कभी भी कोई भेदभाव नही किया जाएगा।

3. इसके बाद सिखों के पांचवें गुरु अर्जन देव जी ने लाहौर के सूफी संत साईं मियां मीर से दिसंबर 1588 में गुरुद्वारे की नींव रखवाई थी।

4. इसके बाद लाहौर से सीखो के पांचवें गुरु अर्जन देव ने सूफी संत मियां मीर को दिसंबर 1588 में Golden Temple की नींव को रखने के लिए बुलाया गया, जो सिक्ख धर्म से काफी प्रेरित थे।

5. 2 शताब्दी बाद महाराजा रणजीत सिंह द्वारा गुरूद्वारे की दीवारों पर सोना चढ़वाया गया।

6. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान गुरुद्वारा में ब्रिटिश सरकार ने अखंड पाठ कराया गया।

7. गुरुद्वारे में किसी भी धर्मो को कोई रोक टोक नही है किसी भी धर्म का व्यक्ति यहां आकर मत्था टेका सकता है। गुरूद्वारे के चारो तरफ चार द्वार है जो सभी धर्मो की एकता के रूप को दर्शाने के लिए बनाएं गए है।

8. 19 वी शताब्दी में अहमद शाह अब्दाली के सेनापति द्वारा गुरुद्वारे पर हमला करने की कोशिश की गई लेकिन सिक्ख सेना ने अब्दाली के सेनापति की सेना का खात्मा कर दिया।

9. Golden Temple में एक साथ 80 हजार से अधिक लोगो का प्रतिदिन लंगर चलता है। माना जाता है कि दुनिया का सबसे बड़ा लंगर यही चलता है।

10. गुरुद्वारे में प्रतिदिन 2 लाख से ज्यादा रोटियां श्रद्धालुओं के लिए बनती है और हलवे की व्यवस्था तो 24 घण्टे रहती है।

11. बताया जाता है बादशाह अकबर ने गुरुद्वारे में आम लोगो की तरह बैठकर यहाँ लंगर ग्रहण किया था।

12. गुरुद्वारे में आम आदमी से लेकर मोटी पूँजी वाले लोग यहाँ आकर लोगो की सेवा करते है जैसे: बर्तन साफ करना, गुरुद्वारे की सफाई, श्रद्धालुओं के जूतों की सफाई, सबसे महत्वपूर्ण बात, यहाँ बर्तन साफ़ करना सबसे पवित्र माना जाता है।

13. Golden Temple (स्वर्ण मंदिर) को अफगानों द्वारा कई बार नुकसान पहुंचाया गया था, लेकिन भक्ति और आस्था के इस केंद्र का बार-बार निर्माण करवाया गया। 19 वी शताब्दी में गुरुद्वारे को अफगान हमलावरों द्वारा पूरी तरह नष्ट कर दिया गया था। इसके बाद महाराजा रणजीत ने फर्श पर मार्बल और गुबंद पर सोने की परत चढ़वाई गयी थी।

14. गुरुद्वारे के लिए बनाई गई सीढिया ऊपर की और जाने की बजाय नीचे की और जाती है, ये सीढ़िया इंसान को हमेशा ऊपर से नीचे आना सीखाती है।

15. स्वर्ण मंदिर को कितनी बार कब-कब नुकसान पहुँचाया गया और इसे कब-कब बनाया गया, इसका पता वहाँ लगे शिलालेखों से साफ पता चलता है। 

उम्मीद करता हु PoetryDukan द्वारा लिखे गए इस लेख से आपने Golden Temple (स्वर्ण मंदिर) से जुड़े सभी तथ्यों को जानकर अच्छा लगा होगा। अगर आप इस से जुड़ी कोई भी जानकारी पूछना या बताना चाहते है तो आप कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते है धन्यवाद।

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